उत्तर प्रदेश के जिले प्रतापगढ़ के आसपुरा देवसरा थाना क्षेत्र के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता सभापति यादव और उनके भाई को पश्चिम बंगाल के सियालदाह स्टेशन से जीआपी ने धर दबोचा है। सपा नेता सभापति यादव व उसके भाई सुभाष यादव पर प्रतापगढ़ पुलिस ने 5-5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। दोनों भाइयों को ट्रांजिंट रिमांड पर लाने के लिए प्रतापगढ़ से एक पुलिस टीम कोलकाता के लिए रवाना हो गई है। थाना क्षेत्र आसपुर देवसरा के बनौका निवासी दोनों सगे भाईयों सभापति यादव और सुभाष यादव पर क्रमशः 45 और 28 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को भी लगाया गया था, लेकिन वे लगातार चकमा देकर फरार थे।
पिछले साल पुलिस ने बढ़ाया था इनाम
बता दें कि पिछले साल अगस्त में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान सभापति यादव और सुभाष यादव ने अपने दर्जनों समर्थकों के साथ हंगामा किया था और पुलिस पर भी पथराव किया था। जिसके बाद से दोनों भाई फरार चल रहे थे। पुलिस ने पहले दोनों भाइयों पर ढाई-ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। लेकिन बाद में इन वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी न हो पाने के चलते सितंबर 2021 में पुलिस ने इनाम बढ़ा दिया और इनाम की राशि पांच पांच लाख रुपये कर दिया गया था। बनौका निवासी सभापति यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख और पूर्व प्रमुख पति रहा है जबकि उसका छोटा भाई सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत का सदस्य भी रहा है।
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दोनों भाइयों पर दर्ज है कई मुकदमे
दोनों कुख्यात अपराधियों सभापति यादव व उसके भाई सुभाष यादव के घरों में बुलडोजर भी चलाया जा चुका है। गौरतलब है कि आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के विनयका गांव निवासी सभापति यादव पूर्व ब्लॉक प्रमुख और पूर्व प्रमुख पति रहा है, जबकि उसका भाई सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत का सदस्य भी रहा है। पुलिस के मुताबिक सभापति यादव पर 45 तो सुभाष यादव पर 28 मुकदमे दर्ज हैं। इतना ही नहीं प्रतापगढ़ के साथ-साथ जौनपुर में भी दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस कोलकाता के सियालदाह के लिए रवाना हो चुकी है और जल्द ही दोनों अपराधियों को उत्तर प्रदेश लाया जाएगा।